जाते हैं जिम हर सुबह और रात में पब को जाते, हुक्का बार तो मानो फैशन अब कहलाते, पेड़ो से नहीं है इनके... जाते हैं जिम हर सुबह और रात में पब को जाते, हुक्का बार तो मानो फैशन अब कहलाते, प...
आजकल खेलना-कूदना फोन पे होता है ये बचपन भी कितना नादान होता है आजकल खेलना-कूदना फोन पे होता है ये बचपन भी कितना नादान होता है
आस पास क्या हो रहा है मुझे कुछ खबर ही नहीं है आस पास क्या हो रहा है मुझे कुछ खबर ही नहीं है
मेरे जिस्म से रूह तक, उसका ही साया था.... मेरी शर्मीली और मैं उसका सरमाया था.... मेरे जिस्म से रूह तक, उसका ही साया था.... मेरी शर्मीली और मैं उसका सरमा...
मैं कितने बातों को दबाकर रखती हूं वो तू कभी नहीं समझ सकता मैं कितने बातों को दबाकर रखती हूं वो तू कभी नहीं समझ सकता