जग में अपनी महत्ता, स्थापित करने के लिए। जग में अपनी महत्ता, स्थापित करने के लिए।
कहते हो मन मैं तेरे हूँ बैठा ! दरस नहीं दे पा रहे हो ? कहते हो मन मैं तेरे हूँ बैठा ! दरस नहीं दे पा रहे हो ?
आज़ादी है सबको बने सुंदर दरबार उसके भगवान का आज़ादी है सबको बने सुंदर दरबार उसके भगवान का
प्रतिलिपि जी, तुमने भी गड़बड़ घोटाला कर दिया विषय में "गड़बड़" की जगह "गढ़बढ़" लिख प्रतिलिपि जी, तुमने भी गड़बड़ घोटाला कर दिया विषय में "गड़बड़" की जगह "गढ़ब...
लगता है हर चीज के पास उसका एक रिपल्का बलात स्थापित कर दिया गया है। लगता है हर चीज के पास उसका एक रिपल्का बलात स्थापित कर दिया गया है।