समुंदर की अधूरी कथाएँ, लहरें, तट तक कहने को आए, तब टूटते हैं, शब्दों के स्तम्भ। समुंदर की अधूरी कथाएँ, लहरें, तट तक कहने को आए, तब टूटते हैं, शब्दों के स्...
हर संघर्ष और संताप शून्य है, अगर संयमित जीवन निर्वाह करो। हर संघर्ष और संताप शून्य है, अगर संयमित जीवन निर्वाह करो।
कुछ सीखने की खुशी हो नन्ही सी आँखों में कुछ सीखने की खुशी हो नन्ही सी आँखों में
एक रात में नहीं होता तैयार महल नियमित कार्य जरूरी है, अपने लक्ष्यों की पूर्ति के लिए नियमित अभ्या... एक रात में नहीं होता तैयार महल नियमित कार्य जरूरी है, अपने लक्ष्यों की पूर्ति ...
कई पत्रकारों ने, कीमत इसकी चुकाई है, कई पत्रकारों ने, कीमत इसकी चुकाई है,
चौथा स्तम्भ हूं मैं.... सबको खबरें देती हूं ... फिर भी क्यों खतरे में हूं ....? चौथा स्तम्भ हूं मैं.... सबको खबरें देती हूं ... फिर भी क्यों खतरे में हूं...