छोड़ा नहीं है दामन मैंने उम्मीदों का छोड़ा नहीं है दामन मैंने उम्मीदों का
नहीं तलब अब किसी और खुशी की तुम बस दिल से मुस्कुराया करो नहीं तलब अब किसी और खुशी की तुम बस दिल से मुस्कुराया करो
हर गांव को खोखला कर रखा है, यदि एक बीड़ी सुलग जाये धोखे से, देखते ही देखते पूरा गांव हर गांव को खोखला कर रखा है, यदि एक बीड़ी सुलग जाये धोखे से, देखते ही देखते...