रँगा था मैंने काग़ज़ हमारे एहसास का इत्र सा महकता रँगा था मैंने काग़ज़ हमारे एहसास का इत्र सा महकता
फिर क्यों उदास होते हो तुम; बे-सबब क्यों परेशाँ होते हो तुम ! फिर क्यों उदास होते हो तुम; बे-सबब क्यों परेशाँ होते हो तुम !
इन रंगीन शहरों में रहती हैं कई नीले रंग की औरतें। कभी मिले हो तुम, किसी नीली औरत से? इन रंगीन शहरों में रहती हैं कई नीले रंग की औरतें। कभी मिले हो तुम, किसी नीली औरत...
आंखें तेरी बड़ी नशीली भरमाती मुझे दिन रैन है आंखें तेरी बड़ी नशीली भरमाती मुझे दिन रैन है
वो कोयल की मदमस्त सुरीली तानो में, इन सब में है कहानी, वो कोयल की मदमस्त सुरीली तानो में, इन सब में है कहानी,
प्रेम सप्त सुरों की सुरीली अनहद नाद सा कर्णप्रिय स्वर प्रेम सप्त सुरों की सुरीली अनहद नाद सा कर्णप्रिय स्वर