दुःख के कांटों पर तुम्हारे पैर कांपे क्यों, तुम्हारा हृदय घबराया क्यों, पीड़ा के इन दुःख के कांटों पर तुम्हारे पैर कांपे क्यों, तुम्हारा हृदय घबराया क्यों,...
क्या पता, कब, आन पड़े, बारिश की झड़ी कुछ लकड़ियां तो रखो, आग जलाने के लिए! क्या पता, कब, आन पड़े, बारिश की झड़ी कुछ लकड़ियां तो रखो, आग जलाने के लिए!
नम हों आँखें, तो मुस्कुराना सीखो नम हों आँखें, तो मुस्कुराना सीखो
बीता हुआ कल हमें जीवन के सीख देता है जिसके सहारे हम अपना भविष्य उज्जवल बना सकते हैं बीता हुआ कल हमें जीवन के सीख देता है जिसके सहारे हम अपना भविष्य उज्जवल बना सकते ...
एस कविता में शब्दो के प्रयोग का महत्व समजाया गया है । एस कविता में शब्दो के प्रयोग का महत्व समजाया गया है ।
किसी को रुलाने से पहले खुद रोना सीखो। किसी को रुलाने से पहले खुद रोना सीखो।