बूढ़े होठ सूखे मांगते दो घूंट पानी। बूढ़े होठ सूखे मांगते दो घूंट पानी।
न हो तुम्हारी आवाज मेरे पास एक गहरा सन्नाटा पसर जाता है न हो तुम्हारी आवाज मेरे पास एक गहरा सन्नाटा पसर जाता है
कौन है वहां कौन है वहां मैं बोल रहा लेकिन अंधियारों में ना कोई बोल रहा कौन है वहां कौन है वहां मैं बोल रहा लेकिन अंधियारों में ना कोई बोल रहा