उस तट पे अक्सर लोग प्यासे मर जाते हैं जिस तट से होकर समंदर बहा करते हैं उस तट पे अक्सर लोग प्यासे मर जाते हैं जिस तट से होकर समंदर बहा करते हैं
माना सुबह की लालिमा के साथ, चल पड़ता हूँ ढूंढने रोज़गार, नयी सुबह की नयी उम्मीद, क्या मुझे र... माना सुबह की लालिमा के साथ, चल पड़ता हूँ ढूंढने रोज़गार, नयी सुबह की नयी उम...
बारिश बहुत रुलाती है, मेरे काम को बहा ले जाती है। दर-दर भटकता फिरता हूँ, काम के लिए तरसता हूँ... बारिश बहुत रुलाती है, मेरे काम को बहा ले जाती है। दर-दर भटकता फिरता हूँ, काम ...
मध्यवर्ग रोता ही रहता महंगाई का रोना, खींच रहा जीवन की गाड़ी सारी शक्ति बटोर। मध्यवर्ग रोता ही रहता महंगाई का रोना, खींच रहा जीवन की गाड़ी सारी शक्ति बटोर...
कैसे एक मज़दूर अपनी ज़िन्दगी बसर करता है? जिसके लिए सभी मौसम एक समान होते हैं. अनाजों की बोरियां ढ़ोने... कैसे एक मज़दूर अपनी ज़िन्दगी बसर करता है? जिसके लिए सभी मौसम एक समान होते हैं. अन...
हर चीज ढूंढ कर भी नहीं मिलती ऐसा काँटों का बिस्तर मैंने नहीं देखा हँसी मज़ाक और उपदेश बहुतों ... हर चीज ढूंढ कर भी नहीं मिलती ऐसा काँटों का बिस्तर मैंने नहीं देखा हँसी मज़...