ओढ़ कर सितारों की चुनर, बनी चांदनी चांद की दुल्हन। ओढ़ कर सितारों की चुनर, बनी चांदनी चांद की दुल्हन।
संदली बहे बयार, झंकृत होते सितार, हर दिन ही बहार, हर्षित हो मेघ बहे । संदली बहे बयार, झंकृत होते सितार, हर दिन ही बहार, हर्षित हो मेघ बहे ।
कवि हृदय बस प्रेम धन शब्दों से वो धन वार दे कवि हृदय बस प्रेम धन शब्दों से वो धन वार दे
दोस्ती कोई सितार नहीं, पायल की झंकार नहीं, दोस्ती कोई सितार नहीं, पायल की झंकार नहीं,
तुम कह दो, तो हम सच कह दे, सिर्फ तुमपे मरते है, सच कह दे? कब तक बचाए, दीदार से ख़ुद को, सिर्फ तेरे... तुम कह दो, तो हम सच कह दे, सिर्फ तुमपे मरते है, सच कह दे? कब तक बचाए, दीदार से...