तुम संग्रामों के विकट विकराल तुम भारत के नौजवान तुम। तुम संग्रामों के विकट विकराल तुम भारत के नौजवान तुम।
ऋतुओं ने पाँव बढाए , थिरकने लगे घुंघरू। विदा लिया शीत ऋतु ने , बसंत लेकर आया डमरू।। ऋतुओं ने पाँव बढाए , थिरकने लगे घुंघरू। विदा लिया शीत ऋतु ने , बसंत लेक...
समय एक न रहता शांत शिव भी तांडव करता समय एक न रहता शांत शिव भी तांडव करता
हिंदी है श्याम नारायण की, रक्त - सरोवर हल्दी घाटी में। हिंदी है श्याम नारायण की, रक्त - सरोवर हल्दी घाटी में।