दिल के बहलाने का एक ज़रिया बना रखा है इस शेर-ओ-शायरी में और तो क्या रखा है ?! दिल के बहलाने का एक ज़रिया बना रखा है इस शेर-ओ-शायरी में और तो क्या रखा है ?!
क्या लिखूँ तुझपर,क्या तारीफ करूँ तेरी ग़ज़ल पर ग़ज़ल लिखी नहीं जाती क्या लिखूँ तुझपर,क्या तारीफ करूँ तेरी ग़ज़ल पर ग़ज़ल लिखी नहीं जाती
लोग धूप से नहीं,हमारी मोहब्बत से जल बैठे लोग धूप से नहीं,हमारी मोहब्बत से जल बैठे
कह "जय" चढ़े फांसी,गीता को हृदय में धरके। जय खुदीराम बोस, नमन करें ध्यान करके। कह "जय" चढ़े फांसी,गीता को हृदय में धरके। जय खुदीराम बोस, नमन करें ध्यान करके...
अरे, ओ बंदर, कैसे झूल रहा तू, पेड़ों के उपर,? मान गया तेरी पकड़ पर, लटका है कैसे तू अरे, ओ बंदर, कैसे झूल रहा तू, पेड़ों के उपर,? मान गया तेरी पकड़ पर, लट...
मेरे संग संग चलाकर कभी तू। दूर निकल जाता जब मुझसे मैे घबरा जाता हूं। सच कहता हूं तेरे मेरे संग संग चलाकर कभी तू। दूर निकल जाता जब मुझसे मैे घबरा जाता हूं। सच कह...