कब आजाद होंगे भय के पिंजरे में घुट रहा है दम। कब आजाद होंगे भय के पिंजरे में घुट रहा है दम।
न ही सदा के लिए सदानंद स्वैच्छिक आधार मेरा केवल तुम्हारा आलाप और मेरे अन्तर्मन का प न ही सदा के लिए सदानंद स्वैच्छिक आधार मेरा केवल तुम्हारा आलाप और मेरे ...
बम बम बम भोले शिव शंकर भोले शिव शंकर भोले शिव शंकर भोले बम बम बम भोले शिव शंकर भोले शिव शंकर भोले शिव शंकर भोले
यह वो शिवालय का शिव योगी नहीं ,! यह वो शिवालय का शिव योगी नहीं ,!
सौंदर्य से गांव खिल जाता है। सुभग मनोरम जीवन पाता है। सौंदर्य से गांव खिल जाता है। सुभग मनोरम जीवन पाता है।