असंभव, ध्यान और लगन के साथ संभव हैं यह आवाज़ गूंज रही थी उसके मन में। असंभव, ध्यान और लगन के साथ संभव हैं यह आवाज़ गूंज रही थी उसके मन में।
बनाएं इश्क़ की चाय बनाएं इश्क़ की चाय
शक्कर सी मीठी बोली है मेरे गाँव में बालपने की हमजोली है मेरे गाँव में। शक्कर सी मीठी बोली है मेरे गाँव में बालपने की हमजोली है मेरे गाँव में।
जिंदगी में थोड़ा कड़वापन भी जरूरी है, हर पल हँसना ही जरूरी नहीं, जिंदगी में थोड़ा कड़वापन भी जरूरी है, हर पल हँसना ही जरूरी नहीं,
मिल जाती हो हर रंग में इस तरह कि नजर ही नहीं आती हो। मिल जाती हो हर रंग में इस तरह कि नजर ही नहीं आती हो।
प्रथम प्रेम और स्पर्श पहचाना आंखें बंद किए मां की गोदी में। प्रथम प्रेम और स्पर्श पहचाना आंखें बंद किए मां की गोदी में।