वृध्दाश्रम ही छोड़ दो मुझको जो इतनी तुम पर भारी हूं। वृध्दाश्रम ही छोड़ दो मुझको जो इतनी तुम पर भारी हूं।
और इस तरह से ये ज्ञान अनंत काल तक जीवित रहता है। और इस तरह से ये ज्ञान अनंत काल तक जीवित रहता है।
एक जोड़ी चप्पल है, एक खादी की साड़ी है वो वृद्धा नहीं दादी हैं।। एक जोड़ी चप्पल है, एक खादी की साड़ी है वो वृद्धा नहीं दादी हैं।।
निस्सहाय जर्जर गात यादों के जंगल में ढूँढती खुशियाँ। निस्सहाय जर्जर गात यादों के जंगल में ढूँढती खुशियाँ।
हाल क्या है मेरे उम्र का, चस्मे डंडे से तुम पूछ लो, हाल क्या है मेरे उम्र का, चस्मे डंडे से तुम पूछ लो,
माँ बाप को भेज वृद्धाश्रम इन्हें हरीद्वार है जाना, क्योंकि इन्हें पुण्य है कमाना! माँ बाप को भेज वृद्धाश्रम इन्हें हरीद्वार है जाना, क्योंकि इन्हें पुण्य है...