इश्क़ में इंतजार नेमत है कि ये जितना विस्तृत हो उतना बेहतर। इश्क़ में इंतजार नेमत है कि ये जितना विस्तृत हो उतना बेहतर।
विस्तार विस्तृत हो अस्तित्व थके कभी नहीं विस्तार विस्तृत हो अस्तित्व थके कभी नहीं
वासना ज्वर और कुंठा लाती है.... प्रेम उत्कंठा और मीठा दर्द पैदा करती है.. वासना ज्वर और कुंठा लाती है.... प्रेम उत्कंठा और मीठा दर्द पैदा करती है..
विस्मृत तम रजनी में बिखरी हैं यादें अतीत की, सुंदरता के मुख पर मन का अंकित आज छाया है विस्मृत तम रजनी में बिखरी हैं यादें अतीत की, सुंदरता के मुख पर मन का अंकित आ...
ये धरती, ये दुनिया, ये हवा, ये पेड, हमारी साॅंसें कौन नियंत्रित करता है...? कौन है इसका नियंता...? ये धरती, ये दुनिया, ये हवा, ये पेड, हमारी साॅंसें कौन नियंत्रित करता है...? कौन ...
विकट परिस्थितियों का मैं समाधान होना चाहती हूं। विकट परिस्थितियों का मैं समाधान होना चाहती हूं।