थक गया हो जो लहरो से लड़ते हुए आत्म संयम तो उसका बढ़ाना पड़ेगा थक गया हो जो लहरो से लड़ते हुए आत्म संयम तो उसका बढ़ाना पड़ेगा
सुन यार ये इश्क़ रूह से रूह का था तुम ही बोलो इसे कैसे भूल जाये हम। सुन यार ये इश्क़ रूह से रूह का था तुम ही बोलो इसे कैसे भूल जाये हम।
रोटी के बगैर ही कई बार इन्हें खाली पेट सोना पड़ जाता है रोटी के बगैर ही कई बार इन्हें खाली पेट सोना पड़ जाता है