एक झील मेरे मन की कुछ गहरी ,कुछ ठहरी सी याद मुझे जब आती , है तेरे बचपन की मेरी आँखों मे... एक झील मेरे मन की कुछ गहरी ,कुछ ठहरी सी याद मुझे जब आती , है तेरे बचपन क...
देखने समझने वाले बदल जाते हैं बदल जाती हैं गलियां, बदल जाते हैं रास्ते वह कल कहीं छूटता नहीं देखने समझने वाले बदल जाते हैं बदल जाती हैं गलियां, बदल जाते हैं रास्ते वह कल क...
मन के कहने पर कभी भी फैसला ना कीजिये बात छोटी हो या बड़ी दिमाग़ रक्खो पास भी मन के कहने पर कभी भी फैसला ना कीजिये बात छोटी हो या बड़ी दिमाग़ रक्खो पास भी
मैं उन गुज़रे लम्हों को अक्सर याद किया करता हूँ... मैं उन गुज़रे लम्हों को अक्सर याद किया करता हूँ...
क्या लड़कपन था मेरा जो बात समझा पाई ना कंपकंपाये लब ने लफ्जों से बुझाई प्यास भी। क्या लड़कपन था मेरा जो बात समझा पाई ना कंपकंपाये लब ने लफ्जों से बुझाई प्यास भ...
बनूँगा बड़ा आदमी एक दिन मैं आँखों में सुन्दर से सपने सजे हैं बनूँगा बड़ा आदमी एक दिन मैं आँखों में सुन्दर से सपने सजे हैं