कल तक जिन घरों मेंं लगती थी चौपालें बैठ बड़े-बुजुर्ग हुक्का पीते ,खेलते ताश कल तक इन्हीं ... कल तक जिन घरों मेंं लगती थी चौपालें बैठ बड़े-बुजुर्ग हुक्का पीते ,खेलते ...
खुद की रूह से, मैंने रुखसत ले ली ! खुद की रूह से, मैंने रुखसत ले ली !
तुम्हारी कब्र पर’भंडारी’ रोने नहीं आया उसे मालूम था तुम हार नहीं सकते! तुम्हारी कब्र पर’भंडारी’ रोने नहीं आया उसे मालूम था तुम हार नहीं सकते!
काश ! पहले इन गलियों से गुजरता कहीं अदबनवाज़ ना बन जाओ, मेरे रुखसत के बाद। काश ! पहले इन गलियों से गुजरता कहीं अदबनवाज़ ना बन जाओ, मेरे रुखसत के बाद।
खारे पानी के दरियाँ बहते जा रहे, आँखों के अश्कों के भी अब कहाँ कब्र होंगे । खारे पानी के दरियाँ बहते जा रहे, आँखों के अश्कों के भी अब कहाँ कब्र होंगे ।
जब रुखसत होने लगे तो अचानक आंखें बंद करने को कहा जब रुखसत होने लगे तो अचानक आंखें बंद करने को कहा