बाधाओं से लड़ना सीखो, निज राह बनाना तुम जानो बाधाओं से लड़ना सीखो, निज राह बनाना तुम जानो
दिखाई नहीं दे रहा दूर मंज़िल है या धुंधलाई मेरी नजर है। दिखाई नहीं दे रहा दूर मंज़िल है या धुंधलाई मेरी नजर है।
उसकी गहराइयों में डूब जाकर उभर आने का का हुनर रख ऐ ज़िन्दगी।। उसकी गहराइयों में डूब जाकर उभर आने का का हुनर रख ऐ ज़िन्दगी।।
गर पाना है मंज़िल तो , रुकना नहीं ए राही गर पाना है मंज़िल तो , रुकना नहीं ए राही
हमारे अंदर क्या कमियाँ और ख़ूबियाँ है, ये जानना जरूरी था, हमारे अंदर क्या कमियाँ और ख़ूबियाँ है, ये जानना जरूरी था,
रे मन सुन अब उतना भी मायूस न रहा तू रे मन सुन अब उतना भी मायूस न रहा तू