कहीं बुरे हो कहीं भले, फिर भी रहते हो सबकी यादों में। कहीं बुरे हो कहीं भले, फिर भी रहते हो सबकी यादों में।
हमारे राषट्र पिता गाँधी जी का जन्म २ अक्टूबर १८६९ को, गुजरात राज्य के पोरबंदर नामक जगह में हुआ था। उ... हमारे राषट्र पिता गाँधी जी का जन्म २ अक्टूबर १८६९ को, गुजरात राज्य के पोरबंदर ना...
संत साबरमती के पुजारी अहिंसा के तुम्हें नमन है. संत साबरमती के पुजारी अहिंसा के तुम्हें नमन है.
एक लकुटिया हाथ मे थामी,आजादी की हुंकार भरी उसी लकुटिया की ताकत थी कि आजादी साक्षात। एक लकुटिया हाथ मे थामी,आजादी की हुंकार भरी उसी लकुटिया की ताकत थी कि आजादी स...
महात्मा गांधी जी ही हैं, जो राष्ट्र पिता कहलाते हैं... महात्मा गांधी जी ही हैं, जो राष्ट्र पिता कहलाते हैं...
समाहित है स्वयं के ही अंदर, गांधी तो एक युग है, कोई नहीं समानांतर। समाहित है स्वयं के ही अंदर, गांधी तो एक युग है, कोई नहीं समानांतर।