विपदाओं से खुद ही बचो, आत्म मंथन अब तो करो। विपदाओं से खुद ही बचो, आत्म मंथन अब तो करो।
लगाकर पैसों की टोटी पाई दो वक्त की रोटी। लगाकर पैसों की टोटी पाई दो वक्त की रोटी।
वक्त मिलेगा की नहीं कौन जाने ? वक्त मिलेगा की नहीं कौन जाने ?
की तरह खुले गगन में फ़ड़ फड़ा और उड़ सके। की तरह खुले गगन में फ़ड़ फड़ा और उड़ सके।
रूखी सूखी खा लेते थे कर लेते थे दिनभर काम। रोजगार सब बन्द हो गए मंदे पड़ गये सारे क रूखी सूखी खा लेते थे कर लेते थे दिनभर काम। रोजगार सब बन्द हो गए मंदे प...
जो बिन मांगे मिले अब वो मोती कहाँ मांगे तो भी ना मिले अब वो होती ! जो बिन मांगे मिले अब वो मोती कहाँ मांगे तो भी ना मिले अब वो होती !