मुट्ठी में बंद वो इक तक़दीर रखता है बटुए में क़ैद जो मेरी तस्वीर रखता है अश्कों को ही मुट्ठी में बंद वो इक तक़दीर रखता है बटुए में क़ैद जो मेरी तस्वीर रखता है ...
तुम्हारी आँखों का स्पर्श लिपटता है मेरी देह से तुम्हारी आँखों का स्पर्श लिपटता है मेरी देह से
है तुझमे सूरज सा आग तू खुद है विकास का मार्ग मेहनत कर दिखा दे सबको है तू शिव का नाग। है तुझमे सूरज सा आग तू खुद है विकास का मार्ग मेहनत कर दिखा दे सबको है त...
वक्त वक्त की बात है, वही सुखी है दुनिया में जो सही वक्त से चलता है। वक्त वक्त की बात है, वही सुखी है दुनिया में जो सही वक्त से चलता है।
चाँद को मुठियों में बाँध लिया है अपने गमों को चादर से ढाँप लिया है चाँद को मुठियों में बाँध लिया है अपने गमों को चादर से ढाँप लिया है
मानव की मुट्ठी में कुछ भी नही समाता फिर भी हाथ फैलाता है। मानव की मुट्ठी में कुछ भी नही समाता फिर भी हाथ फैलाता है।