जिन्दगी का एक हिस्सा बन जाएँगे, शायद जीने का सलीका भी सिखाएँगे जिन्दगी का एक हिस्सा बन जाएँगे, शायद जीने का सलीका भी सिखाएँगे
यह कविता मनुष्य को जीवन जीने का सलीका बताती है। यह कविता मनुष्य को जीवन जीने का सलीका बताती है।
माँ कभी तू भी मुस्कुरा लिया कर कभी ख़ुद के लिए भी ख़ुशियाँ ढूँढ लिया कर माँ कभी तू भी मुस्कुरा लिया कर कभी ख़ुद के लिए भी ख़ुशियाँ ढूँढ लिया कर
जिंदगी जीने का एक सलीका भी मिल जाये। जिंदगी जीने का एक सलीका भी मिल जाये।
जीने का सलीका सिखा जाती है जिंदगी । जीने का सलीका सिखा जाती है जिंदगी ।
ज़रदोज़ी-चिकन का हुनर फैला यहाँ यह लखनऊ..। ज़रदोज़ी-चिकन का हुनर फैला यहाँ यह लखनऊ..।