बंद कमरों में अब मुस्करातें हैं सोचके वह यादें पुरानी। बंद कमरों में अब मुस्करातें हैं सोचके वह यादें पुरानी।
कोई नहीं इस दुनिया में मेरा है हर शख्स ही यहां पर लुटेरा है। कोई नहीं इस दुनिया में मेरा है हर शख्स ही यहां पर लुटेरा है।
कुछ पल सुकून के हमारे साथ भी बिताया करो कुछ पल सुकून के हमारे साथ भी बिताया करो
हां मानते हैं हम गलती अपनी, क्यों शिकायत करती हो? हां मानते हैं हम गलती अपनी, क्यों शिकायत करती हो?
जीया नहीं जा रहा मर जाऊं कैसे उलझन में पड़ी जिंदगी को इससे छुड़ाऊं कैसे जीया नहीं जा रहा मर जाऊं कैसे उलझन में पड़ी जिंदगी को इससे छुड़ाऊं कैसे
मत पूछो मेरी हालत को, न जाने कहाँ प्रियतम खो गए। रोना ही रोना शेष बचा, बिछड़े तुमसे। मत पूछो मेरी हालत को, न जाने कहाँ प्रियतम खो गए। रोना ही रोना शेष बचा, बिछड़...