कपड़ों के बहाने जिस्म तुम तौलते हो और बिना ज़बान पे लगाम के बोलते हो कपड़ों के बहाने जिस्म तुम तौलते हो और बिना ज़बान पे लगाम के बोलते हो
उसके योगदान को नापने का पुरुष के पास नहीं कोई माप। उसके योगदान को नापने का पुरुष के पास नहीं कोई माप।
पग से हीं है मापता.. मेरे पग को रास्तों ने माप दी परिमाप लिखकर। पग से हीं है मापता.. मेरे पग को रास्तों ने माप दी परिमाप लिखकर।
सबके जीवन खुशहाली समृद्धि छाए, जब उचित समय और माप में बरसात आयl सबके जीवन खुशहाली समृद्धि छाए, जब उचित समय और माप में बरसात आयl
वही नारी के प्रति पीढ़ी दर पीढ़ी भेदभाव पूर्ण आचरण बना। वही नारी के प्रति पीढ़ी दर पीढ़ी भेदभाव पूर्ण आचरण बना।