ढाक पलास लाल फूली कचनार है। ढाक पलास लाल फूली कचनार है।
यारा! वो क्यारी की तुलसी निकली यारा! वो क्यारी की तुलसी निकली
चूमेगा जो तू इन्हें मदहोशी से, ये तुम्हारे साथ नशा करेगी चूमेगा जो तू इन्हें मदहोशी से, ये तुम्हारे साथ नशा करेगी
स्नेह मन में पालती, महके वो जैसे मालती स्नेह मन में पालती, महके वो जैसे मालती
मह मह महके गंध तोहार गोरिया दगा देके काहे भइलू तू फरार गोरिया मह मह महके गंध तोहार गोरिया दगा देके काहे भइलू तू फरार गोरिया
ओस की बूंदें टपक-टपक कर पंखों पर अब पड़ जाने दो ओस की बूंदें टपक-टपक कर पंखों पर अब पड़ जाने दो