आग उगलता भानु भी, ऐसे हुआ विलुप्त। गर्मी से राहत मिली, पड़ा रहा वो सुप्त आग उगलता भानु भी, ऐसे हुआ विलुप्त। गर्मी से राहत मिली, पड़ा रहा वो सुप्त
उम्र हो गई पन्द्रह की मजबूरी है तन की दूरी भी क्या मन की दूरी है। उम्र हो गई पन्द्रह की मजबूरी है तन की दूरी भी क्या मन की दूरी है।
बचत से खत्म हो जाती हर मजबूरी है बचत से बंजर भू बने, उपजाऊ भूरी है। बचत से खत्म हो जाती हर मजबूरी है बचत से बंजर भू बने, उपजाऊ भूरी है।
आओ भू को बचाएं,काम करें हम नेक हरियाली अच्छी लगे,पेड़ लगाएं एक. आओ भू को बचाएं,काम करें हम नेक हरियाली अच्छी लगे,पेड़ लगाएं एक.
सास बहू के झगड़े में बेटे का बुरा हाल हुआ. सास बहू के झगड़े में बेटे का बुरा हाल हुआ.
सुबह उठूं भू को चूमूं- फिर अपनी छत पर घूमूं, माटी के बर्तन को धोकर- स्वच्छ नीर उसमें सुबह उठूं भू को चूमूं- फिर अपनी छत पर घूमूं, माटी के बर्तन को धोकर- स्व...