जंगलवासी एक हमेशा, कहकर गले लगाये। जंगलवासी एक हमेशा, कहकर गले लगाये।
ऐसे हमारे शंकरजी पधारो शंकरजी। ऐसे हमारे शंकरजी पधारो शंकरजी।
लेते पकौड़े, चाट के चटकारे मुझको होली लगती बड़ी प्यारी। लेते पकौड़े, चाट के चटकारे मुझको होली लगती बड़ी प्यारी।
ये होली जब-जब आती हैं ये होली जब-जब आती हैं
आशिकों की निकली जान आशिकों की निकली जान
बसहा बयल भोला सवारी चलले संगवा देव त्रिपुरारी डम डम डमरू बाजन लागे भूत पिशाच सब नाचन लाग... बसहा बयल भोला सवारी चलले संगवा देव त्रिपुरारी डम डम डमरू बाजन लागे भ...