क्या इसलिए , इतना आकर्षित करते हो ? क्या इसलिए , इतना आकर्षित करते हो ?
बस ऐसा वो हमको उम्र भर का सबक दे गए। बस ऐसा वो हमको उम्र भर का सबक दे गए।
भौंरे आखिर क्यों रहें, फिर बसंत से दूर। भौंरे आखिर क्यों रहें, फिर बसंत से दूर।
केवल स्थूल भोग ही मन को अधिक रास आता भोगवश ही मन चंचल और अस्थिर होता जाता! केवल स्थूल भोग ही मन को अधिक रास आता भोगवश ही मन चंचल और अस्थिर होता जाता!
हर पल सुकून मिलेगा …. तुझे तेरी अपनी साँसो में …. हर पल सुकून मिलेगा …. तुझे तेरी अपनी साँसो में ….
कल की क्यों आज ही की तैयारी आज के लिए भरपूर करते हैं। कल की क्यों आज ही की तैयारी आज के लिए भरपूर करते हैं।