लगती हताश ये ज़िन्दगी, दिल के है पास ये ज़िन्दगी खुद से निराश ये ज़िन्दगी, फिर भी है खास ये ज़िन्दगी... लगती हताश ये ज़िन्दगी, दिल के है पास ये ज़िन्दगी खुद से निराश ये ज़िन्दगी, फिर ...
तोड़ दें आज संकोच की बेड़ियाँ... तोड़ दें आज संकोच की बेड़ियाँ...
रिवाजों की बेड़ियों से आज बँधी हूँ मैं ; परमपराओं की जेल में, एक क़ैदी हूँ मैं ; रिवाजों की बेड़ियों से आज बँधी हूँ मैं ; परमपराओं की जेल में, एक क़ैदी हूँ मैं ;
धीरे धीरे चल रहे हैं, मंद मंद रफ़्तार से, तोड़ बेड़ियाँ बंधन अब बस, गति पकड़ना बाकी है। धीरे धीरे चल रहे हैं, मंद मंद रफ़्तार से, तोड़ बेड़ियाँ बंधन अब बस, गति पक...
ये बेड़िया कर रही है अब मेरे पैरो को ज़ख़्मी। मैं ज़ख़्मी हो चुकी हूँ। ये बेड़िया कर रही है अब मेरे पैरो को ज़ख़्मी। मैं ज़ख़्मी हो चुकी हूँ।
हर कोई है किसी न किसी नशे में चूर! इसकी बेड़ियों में जकड़ा हालात से मजबूर... हर कोई है किसी न किसी नशे में चूर! इसकी बेड़ियों में जकड़ा हालात से मजबूर...