दुनिया की साजिशों से एक रोज लड़ना भी सीख जाऊंगा ! दुनिया की साजिशों से एक रोज लड़ना भी सीख जाऊंगा !
मैं सिहर सिहर जाता हूँ , कोई अजनबी बनकर तुम आते हो और मेरी खामोशी को आग लगा जाते हो मैं सिहर सिहर जाता हूँ , कोई अजनबी बनकर तुम आते हो और मेरी खामोशी को आग लगा ज...
खाना तो बन नहीं रहा आया वो सब्जी लेकर था। खाना तो बन नहीं रहा आया वो सब्जी लेकर था।
क्या रूमानियत है? क्या मदहोशी है तेरे इश्क़ में कितनी बेहोशी हैं। क्या रूमानियत है? क्या मदहोशी है तेरे इश्क़ में कितनी बेहोशी हैं।
जो छलका वो पैमाना है जो बेसुध कर दे हम होश में लाते हैं जनाब बेहोशी में बूंदें बन के जो छलका वो पैमाना है जो बेसुध कर दे हम होश में लाते हैं जनाब बेहोशी में...
एक इतिहास बनकर मैं भी लौट जाऊंगी एक दिन एक इतिहास बनकर मैं भी लौट जाऊंगी एक दिन