खामोश रहते हैं और बे-ज़ुबानी सुनाते हैं... खामोश रहते हैं और बे-ज़ुबानी सुनाते हैं...
बड़ी मासूम है, बड़ी कोमल है, जैसे रेशम का धागा... ज़िन्दगी... ज़िन्दगी है ! और ज़िन्दगी खेल नहीं !! ... बड़ी मासूम है, बड़ी कोमल है, जैसे रेशम का धागा... ज़िन्दगी... ज़िन्दगी है ! और ज...
मखमली पलंग नी मजा, बे दिलोनी सजा। मखमली पलंग नी मजा, बे दिलोनी सजा।
पर मतलब तुम्हारे बोलने का तब भी नहीं होगा, पर मतलब तुम्हारे बोलने का तब भी नहीं होगा,
खामोशियाँ तेरे मेरे दरमियां, एक अनजान रिश्ता बनाती है। खामोशियाँ तेरे मेरे दरमियां, एक अनजान रिश्ता बनाती है।
काश मेरी कलम की स्याही से मेरे जज़्बात समझ पाए लोग। काश मेरी कलम की स्याही से मेरे जज़्बात समझ पाए लोग।