सपनों के बिखरने की पीड़ा सपनों के बिखरने की पीड़ा
तीन तलाक कहना आसान बिखरे जिंदगी तिनका समान तीन तलाक कहना आसान बिखरे जिंदगी तिनका समान
बिखरे हुए अल्फ़ाज़ों को पिरोया जाए, सोचा एक सूत्र में पिरो कर नज़्म बनाई जाए, लिखने से बिखरे हुए अल्फ़ाज़ों को पिरोया जाए, सोचा एक सूत्र में पिरो कर नज़्म बनाई जाए, ...
पल-पल टूटे, हर पल बिखरे खाए ठोकर,उफ्फ न निकले पल-पल टूटे, हर पल बिखरे खाए ठोकर,उफ्फ न निकले
मंजिल पे पाँव रख सब निखरे हुए हैं। मंजिल पे पाँव रख सब निखरे हुए हैं।
जाने कब फ़रमान ख़ुदा का जारी हो।। जाने कब फ़रमान ख़ुदा का जारी हो।।