हुस्न के बाज़ार का अब बाशिंदा हो गया हुस्न के बाज़ार का अब बाशिंदा हो गया
पूछते किससे पता हम हर बाशिंदा गुमशुदा है दिल मिले अब ना किसी से सबकी फ़ितरत अलहदा है पूछते किससे पता हम हर बाशिंदा गुमशुदा है दिल मिले अब ना किसी से सबकी फ़ितरत...
मेरी आँखों के आगे अंग्रेज़ी थी आई, देखो बच्चों-बूढ़ों पर कैसी है अब छाई, पर मां को ही भूल गये तो म... मेरी आँखों के आगे अंग्रेज़ी थी आई, देखो बच्चों-बूढ़ों पर कैसी है अब छाई, पर मा...