अपनी लेखनी ऐसे चलाये, सोचने पर हम विवश हो। अपनी लेखनी ऐसे चलाये, सोचने पर हम विवश हो।
तभी सुखी दाम्पत्य रह सकेगा जीवन भर। तभी सुखी दाम्पत्य रह सकेगा जीवन भर।
प्रेम अलंकृत तुम से ही है प्रेम अलंकृत तुम से ही है
रौनकें बाग़ की तितलियों से भर गईं, गलियाँ गुलाब की मखमली गलीचे पर, सरसों है लेटी रौनकें बाग़ की तितलियों से भर गईं, गलियाँ गुलाब की मखमली गलीचे पर, सर...
रूप उसका मोहना यूँ, प्रभु की माया लगे। रूप उसका मोहना यूँ, प्रभु की माया लगे।
फिर तो मजे ही मजे होंगे जब हर ओर रंग प्रीति के बरस रहे होंगे। फिर तो मजे ही मजे होंगे जब हर ओर रंग प्रीति के बरस रहे होंगे।