अपनों को दर्द देता है वो, इंसान नशे में बहका सा है। अपनों को दर्द देता है वो, इंसान नशे में बहका सा है।
झूठ ही कहना था झूठ अच्छा हैं उनका। झूठ ही कहना था झूठ अच्छा हैं उनका।
असल बात है कि शेर पढ़ना है पेशा मेरा, जब तलक शमा जलेगी ग़ज़ल कहना होगा। असल बात है कि शेर पढ़ना है पेशा मेरा, जब तलक शमा जलेगी ग़ज़ल कहना होगा।
जो दिल के दर्द के अल्फ़ाज़ बनाकर हम तो कागज पर पेश करते हैं !! जो दिल के दर्द के अल्फ़ाज़ बनाकर हम तो कागज पर पेश करते हैं !!
चलो बुद्ध की राह, छोड़ पुश्तैनी पेशा चलो बुद्ध की राह, छोड़ पुश्तैनी पेशा
कुछ यूं बदहाल हो गई है जिंदगी मेरी। अब खुद का भी ख्याल नहीं कर सकते कुछ यूं बदहाल हो गई है जिंदगी मेरी। अब खुद का भी ख्याल नहीं कर सकते