पितृ सत्य पालन हेतु चले वनवास पल पल दे परीक्षा प्रभु चौदह बरस !! पितृ सत्य पालन हेतु चले वनवास पल पल दे परीक्षा प्रभु चौदह बरस !!
लहू में ठंडी हो के बह रही गुलामी की जड़े उखाड़नी है लहू में ठंडी हो के बह रही गुलामी की जड़े उखाड़नी है
रहते थे कभी पवित्र बंधन के भी चर्चे आजकल इश्क़ अंधा कम गंदा ज्यादा हो गया है। रहते थे कभी पवित्र बंधन के भी चर्चे आजकल इश्क़ अंधा कम गंदा ज्यादा हो गया है।