उनका सम्मान तो करना था इसलिए नेत्रदान तो करना था । उनका सम्मान तो करना था इसलिए नेत्रदान तो करना था ।
पहाड़ों पर बर्फ ग्लेशियरों को पुनर्जीवित करने का कार्य भी करती, पहाड़ों पर बर्फ ग्लेशियरों को पुनर्जीवित करने का कार्य भी करती,
हिस्सा होता है अपने ही अंग का कोई भी पुश्तैनी मकान चाहे बिक जाने पर मिट जाए अस्तित्व मगर जो या... हिस्सा होता है अपने ही अंग का कोई भी पुश्तैनी मकान चाहे बिक जाने पर मिट जाए ...
कल और आज ये समाज में नहीं होती विषमता, अपमान, घृणा के अश्रु भीमा फिर कभी नहीं पीता। कल और आज ये समाज में नहीं होती विषमता, अपमान, घृणा के अश्रु भीमा फिर कभी नहीं...