देखते रहना किसी पर्वत के उतंग शिखर से किंकर्तव्यविमूढ़। देखते रहना किसी पर्वत के उतंग शिखर से किंकर्तव्यविमूढ़।
सरसों के पीले फूलों से धरा ने खुद को पाट लिया। सरसों के पीले फूलों से धरा ने खुद को पाट लिया।
रोज मारता है रोज मरता है रोज प्रस्फुटित होता है रावण। रोज मारता है रोज मरता है रोज प्रस्फुटित होता है रावण।
जटा जुटी ऋषि वीर अनोखा अद्भुत सा तेज तरार। भीषण क्रोध इनमें था व्याप्त गणपति पर किये जटा जुटी ऋषि वीर अनोखा अद्भुत सा तेज तरार। भीषण क्रोध इनमें था व्याप्त गणपति...
संगमरमरी चट्टान विराजी, कितने सुन्दर पाट। संगमरमरी चट्टान विराजी, कितने सुन्दर पाट।
शत शत प्रणाम हे पूज्य संत , दोषों को मेरे क्षमा करना शत शत प्रणाम हे पूज्य संत , दोषों को मेरे क्षमा करना