पलकों में इन्द्रधनुष पलकों में इन्द्रधनुष
अनमोल सुनहरे पल ओझल न हो, पलकों की पालकी पर बिठा रखी, बीते हुए दशकों से अनमोल सुनहरे पल ओझल न हो, पलकों की पालकी पर बिठा रखी, बीते हुए दशकों से
अटक जाना मेरे होठों पे आ कर फिर और मेरी खामोशी में मेरा दर्द सुन जाना अटक जाना मेरे होठों पे आ कर फिर और मेरी खामोशी में मेरा दर्द सुन जाना
अनुभूतियों को समझने का एक प्रयास..... अनुभूतियों को समझने का एक प्रयास.....
इबादत में पलकों के भीतर रुख़सार तेरा तू सचमुच का मुझे खुदा लगे क्या समझे इबादत में पलकों के भीतर रुख़सार तेरा तू सचमुच का मुझे खुदा लगे क्या समझे
पलकों के पीछे से अब भी, कई गुजरे लम्हे पिघलते हैं पलकों के पीछे से अब भी, कई गुजरे लम्हे पिघलते हैं