स्वयं के अंदर विश्वास का दीपक तुम हमेशा जलाए रखना। स्वयं के अंदर विश्वास का दीपक तुम हमेशा जलाए रखना।
तुम्हें विदा तो दूंगा मैं केवल मात्र शारीरिक रूप से तुम्हें विदा तो दूंगा मैं केवल मात्र शारीरिक रूप से
आत्मा कुंठित है, अपने ही लोगों की परीक्षा में। आत्मा कुंठित है, अपने ही लोगों की परीक्षा में।
जीवन कुछ झंझावातों से गुजरकर दर्द सहन करना सिखाता रहता है। जीवन कुछ झंझावातों से गुजरकर दर्द सहन करना सिखाता रहता है।
प्रेम क्या होता है यह तो दो प्रेम करने वाले दिल ही बेहतर जाने प्रेम क्या होता है यह तो दो प्रेम करने वाले दिल ही बेहतर जाने
सच मानिए! आपका हौसला ही विपरीत परिस्थितियों से निजात दिलाएगा सच मानिए! आपका हौसला ही विपरीत परिस्थितियों से निजात दिलाएगा