सच कहती हूं जी रही हूँ बस किसी तरह साँसें शेष है बस तन में। सच कहती हूं जी रही हूँ बस किसी तरह साँसें शेष है बस तन में।
द्वार बंद घर पर ही रहिए महामारी से लड़ते भी रहिए द्वार बंद घर पर ही रहिए महामारी से लड़ते भी रहिए
निकले नहीं घरों से हम, हर काम घरों से निपटाएं। जब बहुत जरूरी ही हो जाये, तब जाकर कहीं निकले नहीं घरों से हम, हर काम घरों से निपटाएं। जब बहुत जरूरी ही हो जाये, तब ज...
मैं प्रेम को प्रेम से जीतने पे रखता हूँ विश्वास इबादत की तरह। मैं प्रेम को प्रेम से जीतने पे रखता हूँ विश्वास इबादत की तरह।
नहीं छुएगी बीमारी नहीं रहेगा हाजमा गंदा ! नहीं छुएगी बीमारी नहीं रहेगा हाजमा गंदा !
तुम गले लगाने का फरेब करते रहे। तुम गले लगाने का फरेब करते रहे।