मंजिल की ओर जाते हुए मिलती राह नई कभी कभी मंजिल की ओर जाते हुए मिलती राह नई कभी कभी
हर पल हर घड़ी हम हर कदम पर साथ साथ है हर पल हर घड़ी हम हर कदम पर साथ साथ है
संसार में आकर तुम्हें, खुली आंखों से देखना होगा। संसार में आकर तुम्हें, खुली आंखों से देखना होगा।
टूटी थी शायद हिम्मत भी कहीं, मुश्किलों ने घेरा था, शायद वहीं, टूटी थी शायद हिम्मत भी कहीं, मुश्किलों ने घेरा था, शायद वहीं,