प्यार बदला, सबके नजरीया भी बदला, पगदंडीया भी बोल उठी इतरा कर, रिश्तों कि राहे कुछ हमने भी ... प्यार बदला, सबके नजरीया भी बदला, पगदंडीया भी बोल उठी इतरा कर, रिश्तों ...
आओं हम पगडडियां बनाकर आगें बढ़ते जाए आओं हम पगडडियां बनाकर आगें बढ़ते जाए
हां !थोडा़ अफसोस तो है कि नहीं बनाईं पगडंडियां मेेरे लिए किसी ने। हां !थोडा़ अफसोस तो है कि नहीं बनाईं पगडंडियां मेेरे लिए किसी ने।
अपनी जड़ों को छोड़ बढ़ आए हम इन बीते बरसों में। अपनी जड़ों को छोड़ बढ़ आए हम इन बीते बरसों में।
सामने है मंजिल, पर पांव में हैं बेड़ियां ग़म से तो आजाद हैं पर आबाद नहीं खुशी से सामने है मंजिल, पर पांव में हैं बेड़ियां ग़म से तो आजाद हैं पर आबाद नहीं खुशी ...
वक्त के अनन्त बहाव में, जीवन के अविरल प्रवाह में, कभी डग भरके पगडंडियों पर. वक्त के अनन्त बहाव में, जीवन के अविरल प्रवाह में, कभी डग भरके पगडंडियों पर...