बीते बहुत दिन, लिखा नहीं एक शब्द बीते बहुत दिन, लिखा नहीं एक शब्द
प्रताप नामक एक राजा अपने गुरू को सत्कार करने के समय एक रेश्मी धोती दान मे दिया। गुरू बह प्रताप नामक एक राजा अपने गुरू को सत्कार करने के समय एक रेश्मी धोती दान मे दिया। ...
बहुत कुछ पीछे छूट गया क्या वहाँ जा के कोई गलती सुधार ली जाये. बहुत कुछ पीछे छूट गया क्या वहाँ जा के कोई गलती सुधार ली जाये.
उनकी कुछ बातें जहन में आज भी है, प्यार के नाम की सौगातें याद भी है। उनकी कुछ बातें जहन में आज भी है, प्यार के नाम की सौगातें याद भी है।
घबराया दिल आज बेचैन बड़ा है , कुछ तो छूट गया है उन बीते कल को ।। घबराया दिल आज बेचैन बड़ा है , कुछ तो छूट गया है उन बीते कल को ।।
जिस जीत में सबकी जीत हो शामिल, वहीं मुकम्मल जीत है। जिस जीत में सबकी जीत हो शामिल, वहीं मुकम्मल जीत है।