आज वो रोते हैं आज वो ना सोते हैं आज यादों के मोती निकाल पिरोते हैं आज वो रोते हैं आज वो ना सोते हैं आज यादों के मोती निकाल पिरोते हैं
दोस्तों को अब फुरसत न थी, उन्हें मेरी अब ज़रुरत न थी।। दोस्तों को अब फुरसत न थी, उन्हें मेरी अब ज़रुरत न थी।।
अगर ये न हो तो उसे खुदा की याद कहाँ से आती ? अगर ये न हो तो उसे खुदा की याद कहाँ से आती ?
पछतावा न रहे शेष, जब बीत जाए ये उम्र ? पछतावा न रहे शेष, जब बीत जाए ये उम्र ?
तेरी दीवानगी में चूर हुआ गली-गली मशहूर हुआ तेरी दीवानगी में चूर हुआ गली-गली मशहूर हुआ
चढ़े सीढ़ियां हुआ प्रगत पैसा, बंगला और गाड़ी भूल गया गाॅंव अनाड़ी। चढ़े सीढ़ियां हुआ प्रगत पैसा, बंगला और गाड़ी भूल गया गाॅंव अनाड़ी।