बढ़ती इच्छाओं की आपूर्ति से वह हो जाता हताश। बढ़ती इच्छाओं की आपूर्ति से वह हो जाता हताश।
एक कृष्ण की क्या क़िस्मत थी, लोगों के बीच अकेला था, एक मीरा मतवाली थी, कण-कण में कृष्ण को पाती थी... एक कृष्ण की क्या क़िस्मत थी, लोगों के बीच अकेला था, एक मीरा मतवाली थी, कण-कण ...
जो अकेला रब उसी के, संग रहता है सदा। जो अकेला रब उसी के, संग रहता है सदा।
बरगद का पेड़, खंडहर पर काबिज और फिर एक बार, पक्षियों का नीड़ बन गया। बरगद का पेड़, खंडहर पर काबिज और फिर एक बार, पक्षियों का नीड़ बन गया।
राह तकते इन बूढ़े नैनों को अंत समय में एक झलक तुम अपनी दिखला जाना। राह तकते इन बूढ़े नैनों को अंत समय में एक झलक तुम अपनी दिखला जाना।
तुम सौंप दो अपना तन-मन मुझको मैं ग्रह लूँ तुम्हारा समर्पण। तुम सौंप दो अपना तन-मन मुझको मैं ग्रह लूँ तुम्हारा समर्पण।