नींबू ख़ूब सजाऐ.. नींबू ख़ूब सजाऐ..
नींबू निचोड़ती सोचूं हूँ मेरी भी य ही दशा हो री ह नींबू निचोड़ती सोचूं हूँ मेरी भी य ही दशा हो री ह
एक लौ अगर बुझ रही है तो जलानी क्यों है उजाला है चारों और तो लौ दिखानी क्यों है। एक लौ अगर बुझ रही है तो जलानी क्यों है उजाला है चारों और तो लौ दिखानी क्यों ह...
तय किया लोमड़ी नहीं छोड़ेगी चाहे जितने उपर लटके दूसरों के लिए खट्टे नहीं छोड़ेगी तय किया लोमड़ी नहीं छोड़ेगी चाहे जितने उपर लटके दूसरों के लिए खट्टे ...
किसानों का आप सम्मान करो, तो साखी नींबू का उसने फिर सस्ता मोल किया है किसानों का आप सम्मान करो, तो साखी नींबू का उसने फिर सस्ता मोल किया है
काफी दुःखी नींबू पिछले कई साल सस्ते में पा बिका वैल्यू कोई दे नहीं। काफी दुःखी नींबू पिछले कई साल सस्ते में पा बिका वैल्यू कोई दे नहीं।