नींबू निचोड़ती सोचूं हूँ मेरी भी य ही दशा हो री ह नींबू निचोड़ती सोचूं हूँ मेरी भी य ही दशा हो री ह
अरे, नैनन सों रंग बरसाय गई, इक छोरी बरसाने की ।। अरे, नैनन सों रंग बरसाय गई, इक छोरी बरसाने की ।।
किया भिवानी टाप, छाई म्हारी छोरियां। किया भिवानी टाप, छाई म्हारी छोरियां।
यह घटना किस ने लिखी किस को बताई ? सोच कर मैंने लिखी आप को बताई। यह घटना किस ने लिखी किस को बताई ? सोच कर मैंने लिखी आप को बताई।
ये छोरी ऐसी धाकड़ है अब छोरों को पीछे छोड़े है... ये छोरी ऐसी धाकड़ है अब छोरों को पीछे छोड़े है...