किया भिवानी टाप, छाई म्हारी छोरियां। किया भिवानी टाप, छाई म्हारी छोरियां।
फिर कहने लगी की जख्म़ों की गढ्ढों पे खाद डालेगी, बोएगी सारी ग़म की बीजें, उन पर सींचेगी आँसूओं का... फिर कहने लगी की जख्म़ों की गढ्ढों पे खाद डालेगी, बोएगी सारी ग़म की बीजें, उन ...